जयसवाल महिला विकास समिति की महिलाओं ने मनाया सावन महोत्सव

गोरखपुर ।जायसवाल महिला विकास समिति के तत्वावधान में सावन के शुभ अवसर पर” बदरिया घिर आई ए हरि” नामक कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ उपमा जायसवाल स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ ने कहा कि सावन का कार्यक्रम के आयोजन से हम सभी अपने भारतीय संस्कृति से जुड़ते हैं। इस मौसम में हम सभी को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। समिति के अध्यक्ष रीना जायसवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य हम अपने संस्कारों संस्कृतियों को जानें। हर ऋतु के महत्व को जाने ।इधर हो रहे वर्षा से धान की खेती में लाभ होगा ।धान रोपाई के बाद जल की बहुत आवश्यकता होती है । मुख्य संरक्षिका अंजू चौधरी ने कहां की इन कार्यक्रमों के द्वारा हमारी संस्कृति और परंपरा सुरक्षित रहती है। समय-समय पर इन कार्यक्रमों का आयोजन होते रहना चाहिए।

इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए समिति को धन्यवाद दिया। ललिता, वंदना, श्वेता, उषाकिरण द्वारा देवी गीत के बाद सावन का गीत बदरिया घिर आई ए हरि “ढोलक की थाप पर गाने पर सभी मातृ शक्तियां झूम उठे ,उसके बाद एक के बाद एक कजरी और अन्य लोकगीतों की बहार आ गई ।बड़ा ही मनोरम दृश्य था जब बदरिया, कजरी, मेहंदी ,झूला ,हरियाली का संगम था। कार्यक्रम का संयोजक महामंत्री सीता जायसवाल ने कहा कि भारत विभिन्न ॠतुओं का देश है हर ॠतु का अपना महत्व है ।कार्यक्रम का संचालन सुनीता जायसवाल ने किया ।संरक्षिका उषा जायसवाल ने सभी मातृ शक्तियों को आशीर्वाद स्वरुप श्रृंगार का सामान दिया। इस अवसर पर सविता, मीना, सिंधु ,विनीता, शकुंतला वीना ,रिंकू मधुलिका ,सीमा ,वंदना ,श्वेता, रीना, ललिता, उषाकिरण ,सीता ,सुनीता उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम की शुरुआत समिति के पदाधिकारियों द्वारा श्री सहस्रबाहु के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके हुआ। यह कार्यक्रम साहबगंज स्थित गीतांजलि होटल में संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि उपमा जायसवाल को अध्यक्ष रीना जायसवाल मंत्री सीता जायसवाल ने कुमकुम लगाकर पटकाओढा कर, उपहार देकर सम्मानित किया। स्वागत भाषण मंत्री सीता जायसवाल ने दिया।मुख्य संरक्षिका अन्जू चौधरी कहा कि हम सभी मातृशक्तियां मिलकर समाज में जागरूकता एवं सेवा का कार्य निरंतर कर रही हैं ।संरक्षिका उषाकिरण जायसवाल ने कहा कि जायसवाल महिला समिति समाज के निर्धन एवं जरूरतमंद महिलाओं की मदद के लिए हम सभी हमेशा तत्पर है।सभी मातृ शक्तियाँ हरे रंग के पारंपरिक वस्त्र एवं लाल ओढ़नी ,मेंहदी लगे हाथों के साथ, वर्षा बदरिया के सुहावने ऋतु में झूला और कजरी के साथ ढोलक की थाप पर प्रकृति के इस सुहावने रूप को पाकर आनंदित हुई। भीगे मां की चुनरिया गीत से कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष रीना जायसवाल द्वारा आभार ज्ञापित किया गया।

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