यामिनी द्वारा “दो दिवसीय भारतीय संगीत एवं नृत्य महोत्सव ” के प्रथम दिन का मंचन हुआ।

    

यामिनी सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्थान द्वारा दो दिवसीय भारतीय संगीत एवं नृत्य समारोह के प्रथम दिन का मंचन मूर्ति लान गोरखपुर में हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में राजेश सिंह (एडीएम फाइनैंस गोरखपुर) उपस्थित रहे। मुख्य राजेश सिंह (एडीएम फाइनैंस गोरखपुर) को गीता सिंह ने शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ यामिनी सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्थान की अध्यक्ष गीता सिंह एवं राजेश सिंह (एडीएम फाइनैंस गोरखपुर) द्वारा दीप प्रज्वलित करके हुआ।

राजीव सेठ (I.R.T.S. उप मुख्य वाणिज्य प्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर) विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रस्तुत रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत अंशिका एवं रोशनी के द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से हुई। इसके पश्चात कत्थक विद्या पर आधारित शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति की गई जिसमें दुशिका ने शास्त्रीय गायकी के उस्ताद पंडित जसराज जी की स्मृति में “श्री कृष्ण दामोदर” पर कत्थक नृत्य की प्रस्तुति की। दुशिका एवं आन्या ने इस कथक नृत्य में 108 चक्कर लगाकर दर्शकों को अचंभित कर दिया। इस नृत्य का निर्देशन गुरु मां सोनिका सिंह के द्वारा हुआ । तत्पश्चात शास्त्रीय संगीत के गुरु राजेश मिश्रा के निर्देशन में शास्त्रीय “राग दरबारी छोटा ख्याल तीनताल” की प्रस्तुति हुई । प्रज्ञा, तान्या, अवनीश, यूसुफ, आनंद द्वारा इस गायकी की प्रस्तुति की गई । आकांक्षा सिंह ने सितार वादन की प्रस्तुति कर दर्शकों का मन मोह लिया। सितार वादन में की प्रस्तुति की गई। गुरु विष्णु श्रीवास्तव के निर्देशन में शास्त्रीय गायन में “राग जगवंती” की प्रस्तुति हुई। स्मिता, निहारिका, प्रीशा, प्रगति, अंजलि, सुकृति, निकिता, वाद्मिता, दिनेश, विकी, विजय, अभी, प्रथम ने राग जागवंती में बड़ा ख्याल, छोटा ख्याल, तराना एवं भजन की प्रस्तुति की। कलाकारों के शास्त्रीय प्रस्तुति ने माहौल शास्त्रीय में बना दिया। इसके पश्चात आई गिरी नंदिनी पर दुशिका, आन्या, शिवि, आकांक्षा,प्रेक्षा, वृंदा ने भरतनाट्यम नृत्य की प्रस्तुति कर वाहवाही बटोरी। शास्त्रीय गायन राजेश मिश्रा जी ने राग अहिर विलंबित ख्याल एक ताल में भजन प्रस्तुति की। वागीश ने तबला वादन की प्रस्तुति की जिसमें उन्होंने तीन ताल में पेशकार कायदा पलटा आदि की प्रस्तुति की। यह तबला वादन गुरु विष्णु श्रीवास्तव के निर्देशन में हुई।

रामपाल यादव तबले पर एवं मनीष त्रिपाठी हारमोनियम पर संगत से उपस्थित रहे। यामिनी सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्थान की निर्देशिका गीता सिंह ने सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र एवं मैडल देकर सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि राकेश उपाध्याय को गीता सिंह जी ने शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में गीता सिंह ने सबका धन्यवाद किया।

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