गेहूं क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद शुरू, समर्थन मूल्य 2015 का होगा

गोरखपुर। सहजनवा तहसील क्षेत्र में खोलें गये 16 क्रय केंद्रों पर सुचारू रूप से गेहूं खरीद करने के लिए एसडीएम सहजनवा सुरेश राय ने डिप्टी आरएमओ राकेश मोहन पांडेय और संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया जिससे किसानों का गेहूं क्रय केंद्रों पर सरकार द्वारा निर्धारित मूल्यों पर गेंहू खरीदें किया जाए जिससे किसान बेवजह परेशान ना हो किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य 2015 प्रति कुंतल के हिसाब से किसानों के खाते में हस्तांतरित किया जाए। प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने पिछले वर्ष 88 क्रय केंद्र खोले गए थे जो उसे बढ़ाकर इस वर्ष 137 क्रय केंद्र कर दिए गए हैं 1 अप्रैल 2022 दिन शुक्रवारआज से 137 क्रय केंद्र पर गेहूं खरीद प्रारंभ कर दिया गया है जिन जिन अधिकारीगणों को जो जिम्मेदारियां दी गई हैं वह अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए क्रय केंद्रों पर मौजूद रहे
क्यो की इसे लेकर एक दिन पहले ही सभी तैयारी पूरी कर ली गई थी। गेहूं खरीद के लिए 137 क्रय केंद्र बनाए हैं। इन केंद्रों पर 2015 रुपये प्रति कुंतल समर्थन मूल्य शासन ने निर्धारित किया है।
जानकारी के मुताबिक जिले में करीब पौने दो लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती होती है। गेहूं खरीद के लिए खाद्य एवं रसद विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। पिछले वर्ष 88 केंद्र बनाए गए थे इस वर्ष इसे बढ़ाकर 137 क्रय केंद्र कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद के निर्देशन पर जिससे किसानों को सुगमता से क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद हो सके और किसानों को इधर-उधर भटकना ना पड़े जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने सभी क्रय केंद्र संचालकों को निर्देशित किया है कि सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर ही गेहूं की खरीद की जाए उससे कम अगर किसी किसान को दिया जाता है तो तत्काल हमें सूचित करें और ऐसे क्रय केंद्रों को ब्लैक लिस्ट कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी
गेंहू केंद्र सुबह नौ से छह बजे तक खुले रहेगे। क्या सभी क्रय केंद्र आज से 15 जून तक चलती रहेगी। डिप्टी आरएमओ राकेश मोहन पांडेय ने बताया कि गेंहू केंद्र खरीद के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। 137 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। पारदर्शिता पूर्ण खरीदारी का लक्ष्य है। किसी भी किसान को कोई परेशानी नहीं होगी। क्रय केंद्रों पर पानी और पंखे की व्यवस्था किया गया है। सभी केंद्रों पर नोडल अधिकारी भी बना दिए गये है ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ रकबा का सत्यापन जरूरी
डिप्टी आरएमओ राकेश मोहन पांडेय ने बताया कि किसान जन सेवा केंद्र या फिर कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन कराते समय आधार कार्ड, खतौनी संख्या दर्ज करें। इसके अलावा कुल रकबे या फिर बोये गए रकबे को अंकित करें। संयुक्त भूमि की दशा में अपनी हिस्सेदारी की सही जानकारी रजिस्ट्रेशन में दें।पंजीकरण के लिए वर्तमान मोबाइल नंबर ही अंकित कराएं। क्योंकि उसी नंबर पर ओटीपी आधारित रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने धान खरीद के लिए पिछले साल रजिस्ट्रेशन कराया था। उन्हें नया रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं होगी। ऐसे किसानों को रजिस्ट्रेशन में संशोधन कर पुन: लॉक करना होगा। इसके लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालना होगा।

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