देह दान कर लोगो ने बनाया नया कीतिमान,हमारे न रहने पर भी रहेंगे सदा जिंदा

13 नवंबर को सक्षम गोरक्ष प्रांत तथा भारतीय संस्कृति सेवा संस्थान द्वारा देहदान के साथ नेत्रदान तथा रक्तदान का कार्यक्रम आयोजित किया गया .
जिसमें कुछ महान हस्तियों ने देह दान का संकल्प लिया तथा बिधि पूर्वक अपने परिवार जनों के साथ मिलकर सपथ पत्र भरा। डॉक्टर शाही ने कहा कि कलयुग के महान दानी हमारे पूर्वज महाराजा कर्ण, राजा हरिश्चंद्र तथा मुनि दधीच तुल्य है . हम लोगों ने इन महान पुरुषों के बारे में केवल पढ़ा है और कहानी सुनी है लेकिन पहली बार धरती के महान पुरुषों को इतना बड़ा दान करते हुए देखा है इंद्रासन राय
किसान इंटर कॉलेज गगहा के पूर्व प्राचार्य तथा बायोलॉजी के प्रवक्ता थे । सपना पांडे सक्षम की कार्यकर्ता तथा महान सामाजिक कार्यकर्ता है .डॉक्टर प्रदीप राव
रजिस्टर गुरु श्री गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर,एडवोकेट वीरेंद्र शाही ,कैलाशी देवी, रवि प्रकाश मणि त्रिपाठी.

गणेश कुमार सिंह ने देहदान का संकल्प पत्र भरकर अपने को महान दान वीरों की श्रेणी में अंकित कर दिया है.
यहां पर उपस्थित सभी लोगों ने नेत्रदान तथा रक्त दान का संकल्प पत्र भरा. जिससे आवश्यकता पड़ने पर इन्हें बुलाकर रक्तदान करवाया जा सकता है और उनकी इच्छा अनुसार जब समय होगा तो इनका नेत्रदान भी किया जा सकता है.


इस तरह का कार्यक्रम सक्षम द्वारा अनवरत चलता रहेगा. नेत्रदान, रक्तदान का आयोजन हमेशा हर साल होता रहता है. लेकिन देहदान का आयोजन पहली बार किया गया है. डॉ शाही ने कहा कि इस तरह के दान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले .
यह सभी को पता है की
क्षितिज जल पावक गगन समीरा
पांच तत्व मिल बना शरीरा .
यह पांचो तत्व से बना शरीर आत्मा के निकलने के बाद हमारा शरीर पंचतत्व में विलीन हो जाता है . अगर हम इसको दान स्वरूप देते हैं तो किसी की आंखों को रोशनी मिल सकती है ,,रक्त की कमी से किसी का जान बचाई जा सकता है और चिकित्सा जगत में इच्छा शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का अध्ययन अच्छे से किया जा सकता है .

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